कल्पना कीजिए कि आप नए कर्मचारियों को अपने संगठन की कार्यप्रणाली और कौशल से अवगत करा रहे हैं। क्या यह सिर्फ जानकारी देना मात्र है? निश्चित रूप से नहीं। प्रभावी प्रशिक्षण के लिए संगठित और रणनीतिक तरीके की आवश्यकता होती है। यहीं आता है निर्देशात्मक डिजाइन - सीखने के अनुभवों को रचनात्मक ढंग से तैयार करने का शिल्प।निर्देशात्मक डिजाइन क्या है?सरल शब्दों में, निर्देशात्मक डिजाइन सीखने की प्रक्रिया को डिजाइन करने का एक व्यवस्थित दृष्टिकोण है। यह सीखने के लक्ष्यों की पहचान से शुरू होकर ज्ञान, कौशल और व्यवहार में बदलाव लाने तक की यात्रा का खाका खींचता है। इसमें सीखने की सामग्री, गतिविधियों और आकलन के तरीकों का सावधानीपूर्वक चयन और संयोजन शामिल होता है।कॉर्पोरेट प्रशिक्षण में निर्देशात्मक डिजाइन की भूमिका 1. प्रभावी सीखने का वातावरण निर्माण अनुभवी डिजाइनर किसी विषय को स्पष्ट, आकर्षक और प्रासंगिक बनाने में माहिर होते हैं। वे इंटरैक्टिव गतिविधियों, मल्टीमीडिया उपकरणों और विभिन्न सीखने की शैलियों को समायोजित करने के माध्यम से ज्ञान को सक्रिय बनाते हैं। इससे कर्मचारी जानकारी को न सिर्फ ग्रहण करते हैं, बल्कि उसका उपयोग करना भी सीखते हैं।